आगामी संस्करणों के लिए योगानन्दजी की अभिलाषाएँ सारा जीवन में हम दूसरों से जान पहचान बढ़ाने में व्यस्त रहते हैं. खुद को पहचानने के बजाय उन्हें अच्छी तरह से पहचानने – समझने की कोशिश करते रहते हैं. इस प्रकार जीवन को चलने दीजिये, उसके बाद इस जन्म के बाद परमात्मा हमारा https://shabar-mantra15937.wiki-racconti.com/8673121/top_safal_prem_secrets